
जांजगीर-चांपा। घान उठाव की स्थिति में जांजगीर-चांपा जिला प्रदेश में छठवें नंबर पर पहुंच गया है। जिले में 63 लाख क्विंटल धान समर्थन मूल्य पर खरीदा गया था। इसमें से 60 लाख क्विंटल यानी 96 फीसदी उठाव हो गया है। वहीं 129 में से 6 उपार्जन केंद्रों से धान का शत-प्रतिशत उठाव भी हो चुका है। वहीं 20 उपार्जन केंद्रों में भी जीरो प्रतिशत शार्टेज की स्थिति है। वहीं 102 उपार्जन केंद्रों में भी धान अब बहुत ही मात्रा में उठाव के लिए बचा है। हालाकि अफसरों का कहना है।
कि यहां से भी अब तक धान का उठाव हो चुका होता, लेकिन चुनाव होने की वजह से श्रमिकों की समस्या हो रही है। चुनाव खत्म होते ही उठाव भी इस माह के अंत तक पूरा हो जाएगा। गौरतलब है कि रिकार्ड किसानों से 96.06 प्रतिशत कर्ज वसूली हो चुकी लिकिंग से कर्ज वसूली में भी इस बार जिले में स्थिति काफी बेहतर हैं। किसानों से 96.06 प्रतिशत कर्ज वसूली हो चुकी है। जिले में इस बार किसानों को सहकारी बैंक के माध्यम से खरीफ सीजन 2024-25 के लिए 1 अरब 65 करोड़ 74 लाख रुपए का ऋण बांटा गया था। इन किसानों से समर्थन मूल्य पर धान बेचने के दौरान लिकिंग के जरिए एक लाख 64 करोड़ 38 लाख रुपए की वसूली कर ली गई। इस तरह किसानों से अब एक करोड़ 35 लाख रुपए की ही ऋण दूसली बाकी है। जिसे 31 मार्च तक वसूलना है।
63 लाख क्विंटल धान खरीदी करने के बाद भी इस बार भी जांजगीर चांपा जिले में जीरो प्रतिशत शार्टेज लाने तैयारी है। उठाव में छठवें नंबर पर जांजगीर-चांपा जिला है। हालाकि जो जिले उठाव में आगे चल रहे हैं वहां खरीदी की मात्रा है। जबकि जांजगीर-चांपा जिले में रिकार्ड 63 लाख क्विंटल धान खरीदी होने के बाद भी उठाव की स्थिति बेहतर नजर आ रही है। हालांकि अंतिम समय में जिन केंद्रों
95-96 फीसदी धान का उठाव उपफर्जन केंद्रों से हो चुका है। शेष बचे धान का भी जल्द उठाव हो जाएगा। छह उपार्जन केंदों में जीरो प्रतिशत शार्टेज आ चुका है। इस बार भी शत-प्रतिशत शार्टेज लाने की ओर अग्रसर हैं।
अमित साहू, नोडल आफिसर से अब उठाव नहीं हो पा रहा है, वह के समितियों को सूखत की चिंता जरूर सता रही है। क्योंकि तेज गर्मी पडऩे लगी है। इससे धान तेजी से सुखने लगा है। अफसरों का कहना है कि शेष बचे धान के उठाव के लिए लगातार डीओ जारी किया जा रह है। जल्द उठाव की उम्मीद है।