
चांपा। दिल्ली पब्लिक स्कूल चांपा के द्वारा विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास एवं प्रकृति संरक्षण के प्रति संवेदनशीलता विकसित करने हेतु कान्हा-किसली नेशनल पार्क एवं टाइगर रिजर्व मध्य प्रदेश, बालाघाट का तीन दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण आयोजित किया गया। भ्रमण में कक्षा 5वीं से 12वीं तक के 64 विद्यार्थियों ने भाग लिया। विद्यार्थियों के साथ विद्यालय प्रबंधन समिति की सदस्य स्नेह देवांगन, विद्यालय की प्राचार्या कल्पना सिंह, शिक्षक लोकेश गाबा, प्रीति रंजन, दिगम्बर साहू एवं शिवशंकर बरेठ मार्गदर्शक के रूप में शामिल रहें। विद्यार्थियों ने मुक्की गेट स्थित लॉ फोने रिजॉर्ट में ठहरकर जंगल सफारी की तैयारियां कीं। अगली सुबह सूर्योदय से पूर्व, 12 जिप्सियों के काफिले के साथ बच्चों ने कान्हा नेशनल पार्क के अद्भुत जंगल में प्रवेश किया। वहां उन्होंने हिरण, सांभर, बाइसन, बंदर, बारहसिंगा, चीतल, लंगूर, मोर, सियार, जंगली सूअर, जैसे विविध वन्यजीवों के साथ-साथ रॉयल बंगाल टाइगर को उनके प्राकृतिक आवास में देखा। वन्य प्रजातियों, जंगल की हरियाली, सूरज की सुनहरी किरणें, सुबह की ठंडी हवा, पक्षियों के कलरव और कान्हा की वादियों की अद्भुत सुंदरता ने विद्यार्थियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। दिनभर के रोमांचक सफर के बाद संध्या समय बोनफायर, अंत्याक्षरी, नृत्य और संगीत के रंगों से वातावरण गूंज उठा। यात्रा की अंतिम पड़ाव में विद्यार्थियों ने कवर्धा स्थित प्रसिद्ध भोरमदेव मंदिर का दर्शन किया, जिसे छत्तीसगढ़ का खजुराहो कहा जाता है। वहां उन्होंने प्राचीन मूर्तिकला, स्थापत्य कला एवं पुरातत्व संग्रहालय का अवलोकन कर, ऐतिहासिक जानकारी में वृद्धि की। विद्यालय प्रबंधन के अध्यक्ष राजकिशोर देवांगन कि ऐसे भ्रमण बच्चों को पाठ्य से परे सीखने की वास्तविक जोड़ते हैं।
कान्हा की हरिया बच्चों को पर्यावरण संरक्षण सजीव संदेश दिया। तीन दिवसीय शैक्षणिक यात्रा विद्यार्थियों के ज्ञान, आनंद और अनुभव क अनोखा संगम रही, जिसने न उनके ज्ञान को समृद्ध किया गया।






















