प्राप्त 5304 आवेदनों में से 4938 आवेदनों का हुआ निराकरण
कोरबा । राज्य शासन द्वारा प्रदेशभर में आयोजित सुशासन तिहार 2025 के अंतर्गत आज हाई स्कूल भवन कोरकोमा में समाधान शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर शासन द्वारा निर्धारित तीन चरणों की प्रक्रिया के अंतर्गत अंतिम चरण के रूप में आयोजित किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा पर माल्यार्पण, दीप प्रज्वलन तथा राज्य गीत अरपा पैरी के धार के सामूहिक गायन के साथ हुआ। इस गरिमामयी अवसर पर जिला पंचायत सदस्य श्रीमती रेणुका राठिया, श्रीमती सुष्मित कमलेश अनंत, जनपद सदस्य श्रीमती डोलेश्वरी राठिया, श्री तेजराम राठिया सरपंच कोरकोमा, श्रीमती मंदाकनी कंवर सरपंच पंण्डरीपानी, श्री हरिश सिंह राठिया सरपंच रजगामार, श्री इंद्रजीत राठिया सरपंच गोड़मा, श्री देवराज सिंह सरपंच केरवां, श्रीमती भुनेश्वरी राठिया सरपंच केराकछार, श्रीमती प्रमिला सरपंच पतरापाली, श्री उमेश्वर सोनी जनप्रतिनिधी कोरकोमा, शिविर नोडल अधिकारी श्री सरोज कुमार महिलांगे, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) कोरबा, सहायक नोडल श्रीमती कौशाम्बी गबेल जनपद कोरबा की मुख्य कार्यपालन अधिकारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।श्रीमती कौशाम्बी गबेल मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कोरबा द्वारा सुशासन तिहार के सभी चरणों की जानकारी देते हुए कोरकोमा कलस्टर में प्राप्त आवेदन की निराकरण की जानकारी देते हुए जनपद पंचायत कोरबा में प्राप्त आवेदन का विवरण दिया गया । उनके द्वारा बताया गया कि कलस्टर में प्राप्त कुल 5304 आवेदन में 4938 आवेदनों का निराकरण कर लिया गया है। जिला पंचायत सदस्य श्रीमती सुष्मिता अनंत ने शिविर में ग्रामीणजनों की भागीदारी की सराहना की, वहीं श्रीमती रेणुका राठिया ने सभी विभागीय अधिकारियों से त्वरित निराकरण की प्रक्रिया को पारदर्शिता से पूर्ण करने का आह्वान किया। सभी विभागों द्वारा प्राप्त आवेदनों के निराकरण एवं अपने विभागीय योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई।शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा प्राप्त आवेदनों का त्वरित निराकरण कर हितग्राहियों को योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ प्रदान किया गया। कार्यक्रम में राशनकार्ड 06, पेंशन 75, तथा 07 हितग्राहियों को आवास स्वीकृति प्रदान की गई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्राम पंचायत नकटीखार, केराकछार एवं पतरापाली को टीबी मुक्त ग्राम पंचायत का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया, जो क्षेत्रीय स्वास्थ्य जागरूकता की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।