
नई दिल्ली 11 मई। भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बड़ी बैठक कर रहे हैं। इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, एनएसए अजित डोभाल, सीडीएस अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुख भी शामिल हैं। इस बैठक में प्रधानमंत्री को सीजफायर के बाद की स्थिति की जानकारी दी जा रही है। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की कि भारत और पाकिस्तान तत्काल और पूर्ण संघर्षविराम पर सहमत हो गए हैं। उन्होंने साथ ही दावा किया कि ऐसा अमेरिका की मध्यस्थता वाली वार्ता के कारण संभव हो सका है। अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने इसे अमेरिका की मध्यस्थता वाला संघर्षविराम बताया तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की ‘‘शांति का मार्ग चुनने के लिए उनके विवेक और राजनीतिक सूझबूझ की सराहना की।’’ अमेरिका की मध्यस्थता से संघर्षविराम ऐसे समय में हुआ है जब भारत और पाकिस्तान की सेनाओं द्वारा एक-दूसरे के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया जा रहा था, जिससे संघर्ष गंभीर रूप से बढ़ गया था। भारत और पाकिस्तान के बीच शाम को सीजफायर हो गया। हालांकि पाकिस्तान ने कुछ ही घंटों बाद वादाखिलाफी करते हुए सीमावर्ती इलाकों में ड्रोन अटैक और गोलीबारी कर दी। भारतीय सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान की इस चालबाजी का मुंहतोड़ जवाब दिया, जिसके बाद पाकिस्तान अब शांत बैठा लग रहा है। जम्मू-कश्मीर और राजस्थान से सटे सीमावर्ती इलाके में हालात अब सामान्य दिख रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर के राजौरी, पुंछ और जम्मू शहर में शनिवार रात से रविवार सुबह तक हालात सामान्य रहे। यहां किसी भी तरह की गोलीबारी या ड्रोन एक्टिविटी की सूचना नहीं है। हालांकि, जम्मू के अखनूर सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से हुई भारी गोलाबारी में काफी नुकसान हुआ है। यहां एक पूरा घर ध्वस्त हो गया, और कई मवेशी मारे गए।