जनकपुर। क्रेड़ा विभाग के लापरवाही से एमसीबी जिले के भरतपुर ब्लाक के दूरस्थ ग्रामों में सौर लाइट मरम्मत के आभाव में महीनों से बंद पड़े है। जिससे गांव में अंधेरा रहने के कारण ग्रामीणों का वन्य प्राणियों से मुठभेड़ होते रहता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार भरतपुर ब्लाक अंतर्गत ग्राम पंचायत खोहरा के आश्रित ग्राम ढाब में 07 माह से सोलर लाइट बंद है। इसी तरह ग्राम सरगुजिहा पाठ में 03 माह, खोहरा पाठ में 09 माह से बंद है। ग्राम पंचायत खोहरा के पंच, सरपंच, सचिव एवं ग्रामीणों ने बताया कि हम लोग जिले के क्रेड़ा विभाग के अधिकारियो को दर्जनों बार सोलर लाइट खऱाब होने की सूचना देकर मरम्मत करने का अनुरोध किए है लेकिन आज तक गांव में कोई भी कर्मचारी सोलर लाइट उपकरण का मरम्मत करने नहीं आया है। जिससे दिन ढलने के बाद शाम होते ही पूरे गांव में अंधेरा हो जाता है। जबकि यह क्षेत्र और हम लोगों का यह गांव गुरु घासीदास तैमूर पिंगला राष्ट्रीय उद्यान में होने के साथ ही संजय टाइगर सीधी मध्यप्रदेश से लगा हुआ है। जिससे आए दिन खूंखार वन्य प्राणी जैसे बाघ, तेंदुआ, भालू और हाथी का गांव में विचरण होते रहता है। और गांव की सोलर लाइट खऱाब होने के कारण शाम होते ही गांव में पूरी रात अंधेरा रहता है, जिससे गांव वालों का खूंखार वन्य प्राणियों से भिड़ंत हो जाती है। इसी अंधेरा में ग्रामीण और पालतू मवेशी हिंसक वन्य प्राणियों के शिकार हो जाते है। बीते दिनों ग्राम ढाब में एक महिला को हाथी ने कुचलकर मार डाला था। इससे पूर्व भी गांव के कई पालतू मवेशी भी हिंसक वन्य प्राणियों के शिकार हो चुके है। ग्राम पंचायत खोहरा के ग्रामीणों एवं जन प्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन से मांग किए है कि आश्रित ग्राम ढाब, सरगुजिहा पाठ, खोहरा पाठ के महीनों से बंद सोलर लाइट का मरम्मत कराएं।