
पंचकूला। हरियाणा के सीनियर आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या पर राजनीतिक पारा चढऩे के साथ ही दलित संगठन भी लामबंद हो गए हैं। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र, पार्टी महासचिव और सांसद रणदीप सुरजेवाला और कुमारी सैलजा तथा सांसद दीपेंद्र हुडडा और वरुण मुलाना, पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं वर्तमान में विधायक चंद्रमोहन बिश्नोई, विधायक गीता भुक्कल और शकुंतला खटक सहित पार्टी के कई विधायकों ने आईएएस अमनीत पी कुमार के निवास पर न्याय की लड़ाई में साथ होने का भरोसा दिलाया। वहीं, कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी और कृष्ण लाल पंवार अधिकारियों की टीम के साथ पीडि़त परिवार को शव के पोस्टमार्टम के लिए मनाने में जुटे रहे। इस दौरान कैबिनेट मंत्री अनिल विज और पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा तथा ओमप्रकाश धनखड़ सहित अन्य नेताओं ने भी परिवार से मुलाकात कर उनका दुख साझा किया।सांसद दीपेंद्र हुड्डा और हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष चौ. उदयभान की अगुवाई में सांसद वरुण मुलाना, विधायक गीता भुक्कल, निर्मल सिंह, शकुंतला खटक, नरेश सेलवाल, रामकरण काला, देवेंद्र हंस और पूजा मुलाना के सााथ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव प्रदीप नरवाल, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव राजकुमार वाल्मीकि, पूर्व विधायक लहरी सिंह और हरियाणा कांग्रेस के एससी विभाग के चेयरमैन मनोज बागड़ी आईएएस पी अमनीत कुमार के निवास पर पहुंचे। कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी द्वारा भेजे शोक संवेदना पत्र को पढ़ते हुए दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में हो पूरी जांच होनी चाहिए।
सरकार सुनिश्चित करे कि परिवार को न्याय मिले और इसमें देरी न हो। न्याय होता हुआ दिखे और कोई भी जांच प्रभावित न कर पाए। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि अभी तक की कार्रवाई से परिवार संतुष्ट नहीं है। इतने वरिष्ठ और होनहार आईपीएस अधिकारी को आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा हो तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि क्या चल रहा होगा।