
मांग पूरी न होने पर आंदोलन की दी चेतावनी
चरचा कालरी। कोयला खदानों में कार्य ठेका मजदूरों की विभिन्न समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर कोयला श्रमिक संघ सीटू के नेतृत्व में सैकड़ो ठेका श्रमिकों ने एसईसीएल बैकुंठपुर मुख्यालय का घेराव कर धरना प्रदर्शन किया धरना प्रदर्शन में सीटू का लाल झंडा थामें सैकड़ो की संख्या में ठेका श्रमिकों का साथ देने के लिए कॉलरी के स्थाई श्रमिक भी उनके साथ धरना में डटे रहे ।
सीटू के क्षेत्रीय सचिव इन्द्रदेव चौहान ने बताया कि अभी भी ठेका श्रमिकों का शोषण बदस्तूर जारी है। एचपीसी का सिफारिश जारी हुए 12 साल बीत जाने के बाद भी अभी भी पूर्णत: इसे लागू नहीं किया जा सका है। इनका ना तो वेतन की कोई स्थाई तिथि तय की गई है,ना हीं इनका वेतन प्रतिमाह दी जाती है। आज हमारी संघ 10 सूत्री मांग प्रबंधन को सौंप रहे हैं अगर ठेका श्रमिकों का मांग पूरी नहीं की जाती है तो हम कंपनी स्तर पर भी पूरे कंपनी के ठेका श्रमिकों को लेकर अनिश्चित कालीन धरना पर बैठेंगे। धरना में शामिल होने के लिए बैकुंठपुर क्षेत्र के सभी इकाई से ठेका श्रमिक और सीटू के कार्यकर्ता आए हुए थे। धरना का संबोधित सीटू के क्षेत्रीय पदाधिकारी कर रहे थे। जिनमें रमन कुमार सिंह, दिलीप पासवान ,सुरेंद्र बहादुर सिंह, वंश गोपाल सिंह, विनोद गुप्ता, राजाराम जाता, रमेश जनता ,उदय नारायण ठाकुर, मानिकचंद ,बलजिंदर सिंह आदि थे।
यह है मुख्य मांगे-22 अप्रैल को चर्चा खान दुर्घटना में ठेका श्रमिक दिगेश्वर सिंह के परिवार को कॉरपोरेट सैलेरी पैकेज में बैंक से हुई एम ओ यू के तहत व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा कवर के रूप में एक करोड रुपए का मुआवजा दिया जाए, बैकुंठपुर क्षेत्र में कार्य सभी ठेकेदारी श्रमिकों को पी एल आई बोनस का भुगतान किया जावे, क्षेत्र में कार्यरत सभी ठेका श्रमिकों को एचपीसी के सिफारिश पर नए वी डी ए रेट के तहत भुगतान किया जावे ,क्षेत्र में रिक्त आवासों को ठेका श्रमिकों को रहने के लिए आवंटित किया जाए, ठेकेदार बदलने पर बार-बार ठेका श्रमिकों को नहीं बदल जाए उन्हें ठेका श्रमिकों को काम पर रखा जाए जो पहले से उस माइंस में कार्य कर चुके हैं, सभी ठेका श्रमिकों को सीएमपीएफ कटौती का विवरण कम से कम वर्ष में एक बार दिखाई जावे एवं पासबुक जारी किया जाए ठेका श्रमिकों के परिवार को भी सैलरी के अस्पताल में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो आदि हैं।