
जांजगीर-चांपा। गणेश दामोदर बापट गौशाला कुष्ठ आश्रम कात्रेनगर की गौग्राम जनजागरण यात्रा 2025 की तैयारियों को लेकर बुधवार दोपहर 3 बजे कुष्ठ आश्रम परिसर में बैठक हुई। इसमें बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, गौसेवक और युवा शामिल हुए।
बैठक में तय हुआ कि यात्रा 7 मई से 12 मई तक चलेगी। यह 50 गांवों से होकर गुजरेगी। इसका उद्देश्य गौसेवा, आत्मनिर्भर गौग्राम, स्वदेशी विचार और भारतीय सांस्कृतिक चेतना का प्रचार करना है। यात्रा का नेतृत्व गौमाता की प्रतिकृति वाला एक खास वाहन करेगा। हर दिन गौ आरती, सांस्कृतिक कार्यक्रम, ग्रामीणों से बातचीत और उनकी भागीदारी से जनजागरण होगा। वक्ताओं ने कहा कि यह सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक चेतना जगाने का अभियान है। इसका मकसद गांवों को गौ आधारित आत्मनिर्भर गांव बनाना है।
यात्रा से गौमाता की महिमा, ग्राम्य स्वावलंबन, भारतीय संस्कृति और स्वदेशी उत्पादों के इस्तेमाल को बढ़ावा मिलेगा। बैठक में सुधीर देव, लोमस भाईसाब, सांसद कमलेश जांगड़े, रामप्रकाश केशरवानी, गगन जयपुरिया, घनश्याम तिवारी, मोहन साहू, आशा साव, रोहित चंद्रा, नरेंद्र जायसवाल, सोनू जायसवाल, जयंती सिंह क्षत्रि, उषा राठौर, रघुनाथ बरेठ, गजाधर श्रीवास, मनहरण चंद्रा, सुनील अवस्थी, अजय सराफ, शिवचरण कश्यप, रामकुमार श्रीवास, दिनेश साहू, जितेंद्र श्रीवास, कपिल कश्यप, ललित देवांगन, टेकराम यादव, समीर भाई और गणेश साहू सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि और स्वयंसेवक मौजूद थे। बैठक के आखिर में सभी ने यात्रा को सफल बनाने की जिम्मेदारी ली। लोगों से संपर्क, प्रचार, वाहन व्यवस्था, सांस्कृतिक दल, भोजन और रुकने की व्यवस्था की जिम्मेदारियाँ बांटी गईं। सभी ने यह संकल्प लिया कि यह यात्रा इलाके में गौ चेतना और सांस्कृतिक नवजागरण का नया दौर शुरू करेगी। इन गांवों में पहुंचेगी यात्रा यात्रा की शुरुआत 7 मई को कात्रेनगर, चांपा से होगी। पहले दिन यात्रा सोठी, पिपरदा, पुंछेली, अमोदी, खपरीडीहा होते हुए बम्हनीडीह पहुंचेगी। वहां शाम को गौ आरती और रात में विश्राम होगा। 8 मई को यात्रा लखुर्री, लखाली, रिवाडीहा, पोड़ीशंकर, सोनाईडीहा, गोविंदा होते हुए करनौद पहुंचेगी। वहां भी रात में विश्राम और गौ आरती होगी। 9 मई को यात्रा नकाटीडीह, तालदेवरी, बोरसी, गतवा, सिलादेही होते हुए बिर्रा पहुंचेगी।
बिर्रा में सांस्कृतिक कार्यक्रम और गौ आरती होगी। 10 मई को यात्रा बसंतपुर, देवरानी, मौहाडीह, देवरी, केरा पहुंचेगी। केरा में रात में विश्राम और गौ आरती होगी। 11 मई को यात्रा नगरडीह, कनस्दा, मुड़पार, तुष्मा, खरौद होते हुए शिवरीनारायण पहुंचेगी। वहां भव्य समापन समारोह होगा, जिसमें गौसेवा आयोग के अध्यक्ष सहित कई खास मेहमान शामिल होंगे। 12 मई को यात्रा लोहर्सी, राहौद, मेहंदी, पामगढ़ होते हुए हथनेवारा पहुंचेगी। वहां शाम को गौ आरती के साथ यात्रा का समापन होगा।