
कोरबा। पोड़ी उपरोड़ा ब्लाक के कई गांवों के ग्रामीणों, स्थानीय मजदूरों एंव जनप्रतिनिधियों ने अपनी मांगों को लेकर आज रानीअटारी, विजय वेस्ट माइंस के समक्ष प्रदर्शन किया। इस दौरान आंदोलनकारियों ने मुख्य द्वार को बंद कर दिया। जिसकी वजह से कोई भी अधिकारी व कर्मचारी खदान के भीतर प्रवेश नहीं कर पाए। फल स्वरूप कोयला उत्पादन व परिवहन पूरी तरह ठप्प रहा।
ग्रामीणों द्वारा प्रदर्शन किये जाने तथा खदान को बंद कराये जाने की सूचना मिलने पर एसईसीएल के वरिष्ठ अधिकारी तथा पसान तहसीलदार विरेन्द्र कुमार श्याम मौके पर पहुंचे और आंदोलनरत ग्रामीणों से बातचीत की कोशिश । लेकिन वे अपनी मांगों पर अडिग रहे तथा धरना पर बैठने के साथ एसईसीएल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। जानकारी के अनुसार क्षेत्र के लोगों एवं जनप्रतिनिधियों ने बीते 25 सिंतबर को एसईसीएल प्रबंधन को ज्ञापन सौंपकर अपनी मांगों से अवगत कराया था। तथा इसका शीघ्र निराकरण करने की मांग रखी थी। साथ उसका आंदोलन का अल्टीमेटम भी दिया था। लेकिन प्रबंधन द्वारा इसे नजरअंदाज कर दिया। जिससे आक्रोशित ग्रामीण ने पूर्व घोषणा के अनुसार पोड़ीउपरोड़ा ब्लाक सरपंच संघ अध्यक्ष प्रताप सिंह मरावी के नेतृत्व में आज एकत्रित हुए और सुबह 6 बजे रानीअटारी, विजय वेस्ट माइंस पहुंचकर मुख्य द्वार को बंद कराने के साथ प्रदर्शन करने लगे।
इस दौरान खदान में प्रथम पाली में होने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों एवं वाहनों को अंदर प्रेवश नहीं करने दिया। जिससे कोयला खदान का उत्पादन तथा परिवहन संबंधी कामकाज ठप पड़ गया। ग्रामीणों तथा ठेका मजदूरों द्वारा खदान में प्रदर्शन किये जाने की जानकारी मिलने पर एसईसीएल के अधिकारी, पसान तहसीलदार समेत कोरबी पुलिस के जवान भी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे लोगों से बातचीत करने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने वे अपनी मांगों पर अडिग रहे। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक आंदोलन जारी था और एसईसीएल व प्रशासनिक अधिकारी उन्हें मनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
प्रदर्शन करने वालों में पुटीपखना क्षेत्र के जनपद सदस्य संतोष मरावी, सरपंच चंद्रप्रताप सिंह, तनेरा सरपंच पति सरवन कुमार, अड़सरा, हरदेवा,सेन्हा के सरपंच व बड़ी संख्या में ग्रामीण अथवा ठेका मजदूर शामिल हैं।