
जांजगीर-चांपा। जांजगीर और चांपा शहर के बीच स्थित गेमन पुल काफी पुराना हो चुका है। ब्रिटिशकाल में इस पुल का निर्माण किया गया था। इसके बाद से लगातार मरम्मत कर काम चलाया जा रहा है। पुल के नव निर्माण को लेकर बजट में स्वीकृति हो चुकी है। ऐसे में अभी स्टीमेट भेजने को लेकर इंतजार हो रहा है।
गौरतलब है कि चांपा शहर में हसदेव नदी पर बना गेमन पुल काफी पुराना है। इस पुल का निर्माण 1967 में अंग्रेज शासन काल के दौरान किया गया था। पुल को बने अभी करीब 58 साल हो चुका है। वहीं पुल की स्थिति को देखते हुए सेतु निगम के द्वारा इस पुल के बगल में नया पुल निर्माण को लेकर वर्ष 2022 में 22 करोड का प्रपोजल बनाकर भेजा जा चुका है। वही नए बजट में इसकी स्वीकृत भी मिल चुकी है। इन सबके बावजूद अभी नया स्टीमेट बनाकर नहीं भेजा गया है। जिसके चलते शहर सहीत क्षेत्र के लोगो को अभी नया पुल बनने के लिए लंबा इंतजार करना पड सकता है। देखा जाए तो जांजगीर जिले के कई क्षेत्रो में अब तक कई जगहों पर नया पुल बन चुका है, लेकिन चाम्पा शहर स्थित गैमन पुल की दशा अब तक नही सुधर पाई है, जिसके चलते समस्या बनी हुई है। जर्जर हो चुके गेमन पुल के स्थान पर बगल में ही नया पुल बनाया जाना है. ताकि वाहन चालक समेत अन्य लोगों को आने जाने में काफी परेशानी ना उठानी पड़े। इसे लेकर जांजगीर-चाम्पा के विधायक ब्यास कश्यप के द्वारा भी इस मुद्दे को विधान सभा सत्र के दौरान उठाया जा चुका है, लेकिन इसके बाद भी समस्या बनी हुई है।
टूटे रेलिंग से हादसों का खतरा
पुल में लगी लोहे की रेलिंग भी कई बार टूट चुकी है। पुल के किनारे लगे रेलिंग भी काफी पुराने हो चुके है, जिसके चलते हादसों की संभावना भी बनी रहती है। जिम्मेदार विभाग के अफसर इस समस्या को लेकर ध्यान नहीं देते है। गेमन पुल पर हादसों के चलते कई लोगों की जान तक चली गई है। पुल के दोनों किनारे के रेलिंग काफी कमजोर हो चुके है। आए दिन किसी न किसी हिस्से की रेलिंग टूटती है इससे दुर्घटना को संभावना बनी रहती है।